गुड़गांव जिले का परिचय (साइबर सिटी) – Gurugram District

Introduction to Gurugram District

गुरुग्राम जिला हरियाणा राज्य के दक्षिणी पूर्वी में स्थित है। इसके पूर्व में फरीदाबाद जिला, पश्चिमी रेवाड़ी जिला, उत्तर में दिल्ली, दक्षिण में राजस्थान का अलवर तथा उत्तर पश्चिम में झज्जर जिला स्थित है। हरियाणा के गुड़गांव जिले को 24 दिसंबर 2007 को इसे नगर निगम बनाए जाने की घोषणा की गई। गुरुग्राम का नाम गुरु द्रोणाचार्य से जुड़ा हुआ है। कहां जाता है कि गुरु द्रोणाचार्य को उनके शिष्यों ने इसे गुरु दक्षिणा के रूप में भेंट किया था। इसीलिए इसे गुड़गांव कहा जाने लगा और आगे चलकर यह गुरुग्राम के नाम से जाना जाने लगा।

इस गांव का पूरा नाम गुड़गांव मसानी था क्योंकि यहां पर मसानी (चेचक की देवी शीतला माता) का प्राचीन मंदिर स्थित है। गुड़गांव जिले के गठन के समय यहां तीन रियासतें तथा ग्यारह परगने थे। रियाज तो मैं पटौदी, फरुखनगर तथा बल्लभगढ़ थी। सन 1857 तक अंग्रेजों ने अकेले पटौदी को छोड़कर सभी को गुरुग्राम के डीसी के अधीन कर दिया था। जिले का सबसे पहला डीसी केवंडिस बना। जिसे लोग घमंडी साहब कहकर पुकारते थे। सन 1858 ईस्वी में यह जिला पंजाब प्रांत में मिला दिया गया।अंग्रेजों ने इस जिले को परगणों में बांट दिया था।पंजाब का विभाजन होने पर यह हरियाणा जिले का हिस्सा बन गया। गुरु द्रोणाचार्य की पत्नी “शीतला माता” के नाम से शीतला माता मंदिर बहुत मशहूर है।

स्थिति : हरियाणा के दक्षिण पूर्व में स्थित है।

मुख्यालय : गुडगांव (गुरुग्राम)
स्थापना : 1 नवंबर 1966
क्षेत्रफल : 2714 वर्ग किलोमीटर
जनसंख्या : 1514085
जनसंख्या घनत्व : 1241 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर
लिंगानुपात : 854 महिलाएं प्रति हजार पुरुष
साक्षरता दर : 84.70%
उपमंडल : पटौदी, दक्षिण में उत्तर गुरुग्राम
तहसीलें : गुरुग्राम, पटोदी, सोहना, फरुखनगर, मानेसर
खंड : फरुखा नगर, गुरुग्राम, पटौदी, सोहना
पर्यटक स्थल : सुल्तानपुर पक्षी विहार, सामा, माता शीतला देवी मंदिर, सोहाना किला, सराय अल्लाहवर्ती मस्जिद, अप्पू घर, भारतीय सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क।
प्रमुख रेलवे स्टेशन : पटौदी रोड, गद्दी हरसारू
प्रमुख उद्योग : वस्त्र उद्योग, कृषि उपकरण उद्योग, पावरलूम उद्योग, मारुति कार उद्योग।
उपनाम : साइबर सिटी, मेडिसिटी, भारत की मॉल कैपिटल,
इलेक्ट्रॉनिक सिटी, Call Center Capital, सौर ऊर्जा का हब, मिलेनियम सिटी।

महत्वपूर्ण संस्थान :-

हरियाणा लोक प्रशासन संस्थान, ख्याति प्रबंधन संस्थान, राज्य शिक्षा अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (1979), हरियाणा इंस्टिट्यूट ऑफ़ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन (1983), राष्ट्रीय उद्यान बोर्ड, सौर ऊर्जा संस्थान, भारतीय राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय, आई टीम विश्वविद्यालय, एमिटी विश्वविद्यालय, अपीजय स्त्य विश्वविद्यालय, अंसल विश्वविद्यालय, GD गोयंका विश्वविद्यालय।
 

महत्वपूर्ण स्थल :-

शामों पर्यटन केंद्र :-

गुरु ग्राम नगर में हरियाणा पर्यटन निगम की ओर से सभी आधुनिक सुविधाओं से मुक्त “शामों” पर्यटन केंद्र प्राचीन दिल्ली गुड़गांव मार्ग पर स्थित है।
 

शीतला माता मंदिर :-

स्थानीय भाषा में इसे “मसानी” संख्या प्रधान थी।लगभग ढाई 100 वर्ष पूर्व देवी ने गुड़गांव निवासी सिंधा जाट को सर्वत्रदर्शन देकर आदेश दिया कि यहां गुड़गांव में उनके मंदिर का निर्माण करवाएं। सरकार की ओर से 3 मार्च 1992 को मंदिर का अधिग्रहण हुआ। हरियाणा सरकार ने श्री माता शीतला देवी पूजा स्थल बोर्ड का गठन सन् 1991 में किया। इस बोर्ड के 11 सदस्य हैं।मुख्यमंत्री हरियाणा इसके अध्यक्ष हैं यह मंदिर गुरु द्रोणाचार्य की पत्नी के नाम पर है।शीतला माता को चेचक की देवी के नाम से भी जाना जाता है इस माता का उपनाम माता कृति है यहां पर नजदीक ही भीमकुंड, पिंचोकड़ जोहड़ भी है।
 

एकलव्य मंदिर :-

यह गुरुग्राम के खांडसा के N.H.48 पर स्थित है। जो पहले N.H.8 हुआ करता था।यहां एकलव्य ने गुरु द्रोणाचार्य को गुरु दक्षिणा के रूप में अपने दाहिने हाथ का अंगूठा काट कर दे दिया था।
 

दमदमा झील :-

सोहाना से मात्र 8 किलोमीटर की दूरी पर प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर दमदमा झील स्थित है मछली शिकार के शौकीन पर्यटकों के लिए यह एक स्मरणीय स्थल है।
 

गर्म जल का चश्मा (सोहना) :-

गुड़गांव जिले के विश्वविख्यात स्थान सोहाना अपने गर्म जल स्त्रोत्र के कारण अपनी पहचान दूर-दूर तक कायम कर चुका है।
 

सुल्तानपुर पक्षी विहार :-

राजधानी दिल्ली से 46 किलोमीटर की दूरी पर गुडगांव फरुखनगर सड़क पर हरियाणा के अति सुरम्य सुल्तानपुर पक्षी विहार स्थल स्थित है।
 

प्रथम सी.एफ.एल. गांव :-

गुड़गांव जिले में बिनोला, देश का प्रथम सीएफएल गांव है।इस गांव के प्रत्येक घर में सामान्य बल्ब के स्थान पर सी.एफ.एल. के बल का प्रयोग किया जाता है इसलिए यह स्थान पूरे हरियाणा में प्रथम सी.एफ.एल. गांव के नाम से भी जाना जाता है।
 

पटौदी महल :-

हरियाणा के गुरुग्राम जिले के छोटे से कस्बे पटौदी में वास्तुकार हैंज ने नवाब अब्राहिम अली खान का महल का डिजाइन बनवाया और परिणाम स्वरूप 1935 में पटौदी महल नाम से एक भव्य भवन निर्माण करवाया। जिसे गांव के लोग “White Place/White House” के नाम से भी पुकारते हैं। अब इस महल में ‘नीमराणा’ समूह की ओर से हेरिटेज होटल चलाया जा रहा है।

Note :-

  • हरियाणा की सबसे बड़ी इस्पात मूर्ति। हरियाणा का सबसे बड़ा टोल गेट। एकलव्य मंदिर (खांडसा गांव), White Place (पटौदी) आदि गुरु ग्राम में स्थित हैं।
  • इस जिले का नाम गुरु द्रोणाचार्य के नाम पर रखा गया है। 

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